बाबा खाटू श्याम मंदिर के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। रींगास से मंदिर तक 17 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी गई। 254 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस लाइन से श्रद्धालु सीधे ट्रेन से मंदिर पहुंचेंगे
नई दिल्लीः बाबा खाटू श्याम के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर है। अब मंदिर तक पहुंचने का सफर और भी आसान होने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि रींगस से खाटू श्याम मंदिर तक 17 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना पर 254 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
खाटू श्याम मंदिर हर साल लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है। अब इस नई रेलवे लाइन के बाद श्रद्धालु सीधे ट्रेन से मंदिर पहुंच सकेंगे। इससे भक्तों का समय बचेगा। साथ ही खाटू श्याम मंदिर तक पहुंचने में उन्हें होने वाली परेशानी भी कम होगी
दिल्ली-रिंगस रेल सेवा की वर्तमान स्थिति
रेल मंत्री ने बताया कि रींगस स्टेशन, जो खाटू श्याम मंदिर का मुख्य स्टेशन है, वर्तमान में 8 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन द्वारा दिल्ली से जुड़ा हुआ है। इन ट्रेनों की 3 जोड़ी प्रतिदिन चलती हैं। इस नई लाइन परियोजना के लिए 2025-26 में 43 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। इससे समय पर काम पूरा हो जाएगा।
यात्रियों की संख्या बढ़ी
अश्विनी वैष्णव के अनुसार, वर्ष 2024-25 में 4.98 लाख आरक्षित यात्रियों ने रिंगस और दिल्ली के बीच यात्रा की है। 2025-26 में (जून तक) यह संख्या 1.25 लाख थी। इस अवधि के दौरान, ट्रेनों की औसत अधिभोग 100% से अधिक थी, जिसने एक नई रेल लाइन की आवश्यकता को और बढ़ा दिया।
अन्य रेलवे परियोजनाओं की स्थिति
अलवर मार्ग के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि दिल्ली-अलवर नई रेल लाइन (सोहना, नूंह, फिरोजपुर झिरका मार्ग) को कम यातायात पूर्वानुमान के कारण नहीं बढ़ाया गया था। हालाँकि, दिल्ली-अलवर पहले से ही रेवाड़ी मार्ग से जुड़ा हुआ है।
कोटा-जयपुर-रिंगस कनेक्टिविटी
रेल मंत्री ने बताया कि कोटा और जयपुर के बीच 29 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं। इसके अलावा कोटा-रिंगास के बीच 3 जोड़ी नियमित ट्रेनें और 3 जोड़ी विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं।