अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क के रिश्ते इस समय चर्चाओं में हैं। कभी दोनों एक-दूसरे के करीबी माने जाते थे, लेकिन कुछ सरकारी और कारोबारी फैसलों के बाद इनका रिश्ता सार्वजनिक रूप से तनावपूर्ण हो गया। इस मामले में हाल ही में ट्रंप का बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा, “मुझे लगता है, एलन मस्क अच्छे इंसान हैं। मुझे लगता है कि उन्होंने एक बुरा पल देखा, लेकिन वे अच्छे इंसान हैं, मैं इस पर विश्वास करता हूं।”
ट्रंप और मस्क के रिश्ते की शुरुआत 2024 में हुई जब मस्क ने राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप का समर्थन किया था और बाद में ट्रंप ने मस्क को सरकारी सलाहकार भी बनाया। लेकिन हाल ही में ट्रंप के ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ (One Big Beautiful Bill) के कारण दोनों के बीच मतभेद बढ़े। मस्क ने इस बिल की निंदा की और इसे ‘निकृष्ट बिल’ कहा। मस्क का कहना था कि यह बिल अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है और उनकी कंपनी टेस्ला को भी बड़ा झटका देगा, क्योंकि इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) टैक्स क्रेडिट को हटाया गया है। इसी वजह से मस्क ने इस बिल को ‘अभूतपूर्व खर्च वाला और घाटे में डालने वाला’ बताया[1][3][4][5]।
इस तनाव के बीच दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों से एक-दूसरे पर बयानबाजी शुरू कर दी। ट्रंप ने मस्क की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि मस्क ‘पटरी से उतर चुके हैं’ और ‘अब एक ट्रेन के मलबे जैसे हो गए हैं’। ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका में तीसरी पार्टी बनाने की मस्क की कोशिशें सफल नहीं होंगी[6]। वहीं, मस्क ने ट्रंप पर एहसान फरामोशी का आरोप लगाया और कहा कि ‘अगर मैं न होता तो ट्रंप चुनाव हार जाते'[4]।
हाल ही में, सरकार से मिलने वाली अरबों डॉलर की सब्सिडी छिनने के मुद्दे को लेकर भी तकरार बढ़ गई थी। ट्रंप ने एक समय ये संकेत दिए थे कि वह टेस्ला की सब्सिडी खत्म कर सकते हैं, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि मस्क और अन्य अमेरिकी बिज़नेस अमेरिका में ही रहें और फले-फूले, ऐसी उनकी इच्छा है। उन्होंने उनके बारे में नरमी दिखाते हुए कहा कि देश की भलाई के लिए सबका साथ जरूरी है[8]।
हालांकि इन बयानों के बाद भी दोनों के बीच तमाम मतभेद बने हुए हैं। कभी दोस्त रहे ये दोनों आज व्यवसाय और राजनीति में एक दूसरे के कट्टर विरोधी बन गए हैं। इस विवाद में जनता, कारोबार, और अमेरिका की नीति—सब पर असर पड़ रहा है।
इन सबके बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ कहा—“मुझे लगता है एलन मस्क एक अच्छे व्यक्ति हैं, और मुझे लगता है उन्हें बस एक बुरा दौर मिला, लेकिन मैं मानता हूं कि वे अच्छे व्यक्ति हैं।” यह बयान दोनों के बहुचर्चित सार्वजनिक विवाद और सुलह के बीच का माइलस्टोन बन गया है[9][10]।
यह पूरा विवाद अमेरिकी राजनीति, बिजनेस हित, और दो मशहूर हस्तियों के अहंकार का मिश्रण है, जिसकी चर्चा देश-विदेश की मीडिया में गर्म है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति एलन मस्क के संबंधों में हाल ही में जबरदस्त तनाव देखने को मिला है। कभी सार्वजनिक मंचों पर एक–दूसरे की तारीफ करने वाले ट्रंप और मस्क अब एक—दूसरे पर तीखे शब्दबाण चला रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में राष्ट्रपति ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा, “मुझे लगता है एलन मस्क अच्छे इंसान हैं। मुझे लगता है उन्होंने एक बुरा पल देखा, लेकिन वे अच्छे इंसान हैं, मैं इस पर विश्वास करता हूं।” यह बयान ऐसे समय आया जब दोनों के रिश्ते में दरार चरम पर है।
दोनों की दोस्ती 2024 में ट्रंप पर हुए हमले के बाद और मजबूत हुई थी, जब मस्क ने खुलकर ट्रंप का समर्थन किया और उनकी चुनावी टीम का हिस्सा बने। इसके बाद ट्रंप ने मस्क को सरकारी सलाहकार तक नियुक्त कर दिया। पर 2025 में ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ के मसले ने स्थितियां बदल दीं। इस बिल में इलेक्ट्रिक वाहनों की टैक्स छूट खत्म करने का प्रस्ताव था, जिससे मस्क की कंपनी टेस्ला को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता। मस्क ने खुलेआम सोशल मीडिया पर इस बिल की आलोचना की और इसे “Big Ugly Spending Bill” बताया। जवाब में ट्रंप ने मस्क को ‘पागल’ और ‘ड्रग एडिक्ट’ जैसे शब्दों से संबोधित किया।
मामला यहीं नहीं रूका। मस्क ने ट्रंप पर जेफ्री एपस्टीन से जुड़े पुराने मामलों का भी जिक्र किया, जिससे ट्रंप भड़क गए। पब्लिक विवाद इतना बढ़ गया कि ट्रंप ने एनबीसी को दिए इंटरव्यू में साफ कहा कि उनका और मस्क का रिश्ता अब खत्म हो चुका है और वे मस्क से रिश्ता सुधारने के इच्छुक नहीं हैं। ट्रंप ने मस्क को धमकी तक दे डाली कि अगर मस्क डेमोक्रेट उम्मीदवारों को फंडिंग करते हैं तो गंभीर परिणाम होंगे, हालांकि उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि परिणाम क्या होंगे।
इसी दौरान मस्क ने दावा किया कि अगर वे ट्रंप का साथ न देते, तो ट्रंप चुनाव हार जाते। ट्रंप ने मस्क की कंपनियों (खासतौर पर टेस्ला और SpaceX) की सरकारी ठेकों और सब्सिडी पर भी सवाल उठाए, और इशारा किया कि ये फायदे छीन सकते हैं। हालांकि बाद में दोनों की ओर से सुलह का संकेत भी मिला, पर राजनीति और कारोबार का यह विवाद अमेरिकी मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा.
अंततः, ट्रंप का ‘मस्क अच्छे इंसान हैं, बस एक बुरा पल आया’ कहना उनके रिश्तों पर लगे तमाम दावों और बयानबाजी के बीच सधा बयान है, जिसे अब सियासी मतभेदों और विरोध के बावजूद मस्क के लिए नरम रुख माने जा रहा है। ये पूरा घटनाक्रम अमेरिका की राजनीति, बड़े कारपोरेट हितों और दो मजबूत शख्सियतों के टकराव का सबसे चर्चित मामला बन चुका है।